बिहारकी जित जनता की है, अब युपीकी बारी है.
बिहारने कोंग्रेस और उसके साथीयों को उखाड के फेंक दिया है. अब युपीकी भी ऐसा ही काम करके करके दिखानेकी बारी है.
युग परिवर्तनका नेतृत्व युपी कर सकता है क्योंकी युपी भारतका हदय है. हदय मजबुत होगा तो पूरा देश मजबुत होगा.
तो पहेले देशके दुश्मनों कों पहेचानो.
देशके दुश्मन कौन है?
देशके दुश्मन वे है जो खुदकी कमजोरीयोंको छीपाने के लिये देशमें लोगोंका बटवारा करते है.
नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्डीया प्राईवेट लीमीटेड है जिसमें नंबर वन पोस्ट नहेरुवंशी के लिये १०० प्रतिशत आरक्षित है.
नंबर वन पोस्ट कौनसी है?
नंबर वन पोस्ट या तो प्रधान मंत्री की है. यदि नहेरुवंशीय व्यक्तिमें कानुनी प्रावधान के कारण लायकात नहीं है तो पक्ष प्रमुख का होद्दा नंबर वन बन जाता है, और प्रधान मंत्रीका होदा एक मजाक बनके रह जाता है. लेकिन अगर कोई ऐसा व्यक्ति आ गया जो नहेरुवंशीय न हो परंतु नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्डीया प्राईवेट लीमीटेड का सदस्य हो और खुदको लोकप्रिय बनानेकी कोशिस करता हो और वह उपलब्धियोंका श्रेय खुद लेनेकी चेष्टा करे तो उसको बेआबरु करके शून्य कर दिया जाता है. ईतना हि नही लेकिन अगर कोई मंत्री भी ऐसी चेष्टा करे तो उसको पक्षमें बदनाम किया जाता है, या तो और (and or) उसके उपर बेबुनीयाद आक्षेप आरोप लगाये जाते है, या तो और उसको पक्षसे निकाला जाता है. अगर विपक्षका कोई सक्षम नेता हो तो उसके उपर भी बेबुनियाद आक्षेप लगाये जाते है और यह नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्दीया प्राईवेट लीमीटेड के नेतागण अपने पैसेके बलबुते पर समाचार माध्यमोंका सहारा लेके जनता को गुमराह करते है.
ऐसे कई उदाहरण है. और हम आगे चलके देखेंगे.
हमें “नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्डीया प्राईवेट लीमीटेड” पक्षका क्या हाल करना है?
हमे इस नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्दीया प्राईवेट लीमीटेड को नष्ट करना है. “नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्डीया प्राईवेट लीमीटेड” को घायल करनेसे देशको दिर्घकालिन फायदा होनेवाला नहीं है, ये बात हमें ठीक तरहसे समझ लेनी चाहिये.
जो ईतिहास भूलते है वे ईतिहास बना नहीं सकते. हमें ईतिहास बनाना है.
भारतने १९७७में इस “नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्डीया प्राईवेट लीमीटेड”को बुरी तरह परास्त किया था. लेकिन उसको नष्ट किया नहीं था. तो १९७९में ईस “नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्दीया प्राईवेट लीमीटेड”के नंबर वनने पक्ष पल्टु और धोखा धडी वालोंको उकसाके (चौधरी चरण सिंग और उसके साथीयों को सपोर्ट करनेका भरोसा दिखाके जनता पार्टी की सरकारको गिराय था. चरण सिंगने जनता पार्टीका विश्वासघात किया था. और उन्होने अपनी पार्टी जनता दल को पूनर्जिवित करके”नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्दीया प्राईवेट लीमीटेड”का सहारा लेके) मोरारजी देसाई की नेतृत्ववाली जनता पार्टीकी सरकारको गीराया था.
उसके बाद क्या हुआ?
फिर “नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्दीया प्राईवेट लीमीटेड”के नंबर वनने चरणसिंगका विश्वासघात करके उसकी सरकारको भी गिराया.
ये बात समझो कि जो लोग और नेता “नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्डीया प्राईवेट लीमीटेड” का सहारा लेके सियासत करते हैं उनका चरित्र “नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्दीया प्राईवेट लीमीटेड” के चरित्र के बराबर ही होता है. उनके पास मूल्योंकी कोई किमत होती नहीं है. वे मूल्योंकी मौत करके सत्तारुढ बनते है और मूल्योंकी मौत पर सत्तामें बने रहेते हैं.
ईसी लिये “नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्दीया प्राईवेट लीमीटेड”को और उसके भूतपूर्व और एतद कालिन साथीयों को भी नष्ट करो.
“नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्दीया प्राईवेट लीमीटेड”के साथी पक्ष कौन है?
मायवतीका पक्ष,
ममताका पक्ष,
शरद पवारका पक्ष,
लालु यादवका पक्ष
मुलायम सिंगका पक्ष,
चरण सिंगके पुत्र अजित सिंगका पक्ष,
साम्यवादी पक्ष
मार्क्स वादी पक्ष,
नोर्थ ईस्ट राज्योंके अलगाववादी पक्ष,
जे एन्ड के का अलगाववादी शेख अब्दुलाके पुत्र फारुख अब्दुल्ला का पक्ष,
जीन्ना स्थापित मुस्लिम लिगको पुनर्जिवित करके कोंग्रेसको मदद करने वाला कोमवादी मुस्लिम लिग पक्ष.
तेलुगु देशम पक्ष,
करुणा निधिका डीएमके पक्ष,
जय ललिताका एडीएमके पक्ष,
और ऐसे प्रादेशिकता को बढाके देशको नुकशान करने वाले जो कोई भी पक्ष है हो सबको “नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्डीया प्राईवेट लीमीटेड”के साथ खतम करो.
ये सभी पक्ष देशकी जनताको गुमराह करते है और जनताको जाति, धर्म, भाषा और संप्रदायोंके नामपर विभाजित करते है. और ईसीलिये आज यह “नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्दीया प्राईवेट लीमीटेड” और उसके साथी पक्ष देशकी कोई समस्या हल कर नहीं पाये है. क्योंकि उसका ध्येय मूल्योकी मौत पर पैसा कमाना, सत्ता प्रप्त करना और सत्ता चालु रखना है.
देशकी बरबादी का कारण ये लोग ही जिन्होने देशकी गरीब जनताको गरीब रखके अपनी सरकारका मोहताज बनाये रखा है. ये मत भूलो कि “नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्दीया प्राईवेट लीमीटेड”ने देशके उपर ६० साल तक शासन किया है और ये जनताको गुमराह करने वाली “नहेरुवीयन कोंग्रेस ओफ ईन्दीया प्राईवेट लीमीटेड”की सरकार आज भी शासन कर रही है और भ्रष्ट मीडिया भी उसको साथ दे रहा है
देशको बचाने के लिये कोंग्रेसके विरुद्धमें प्रचार करो और देशके प्रति अपना दायित्व अदा करो.
अगर स्वयं कहीं जाने के लिये असमर्थ हो तो प्रसार माध्यमसे प्रचार करो और देशको आततायीयोंसे बचावो.
स्वर्ण क्रान्ति :
इस देश को अब चुनाव और चुनावी नेताओं की नहीं क्रांति और क्रांतिकारियों की जरूरत है, अब इस देश को और इस देश की आने वाली पीढियों को “स्वर्ण क्रांति” ही एक उज्जवल और सुरक्षित भविष्य देगी वैसे भी हमने आज़ादी क्रांति करके हासिल की थी न की चुनाव लड़कर.
स्वर्ण क्रांति – जो स्वतंत्र भारत को फिर से स्वर्ण भारत बना देगी क्या आप पूरी देशभक्ति से इस स्वर्ण क्रांति में मेरा साथ देंगे (हाँ/नहीं)???
संदीप भारत”देशभक्त”
देशभक्ति मतलब “देश की आन-बान और शान के लिए खून-पसीना एक करने का जूनून”.
लोग कहते है की इस देश में क्रिकेट भगवान है पर सच तो ये है की हमारा देश हमारे लिए भगवान है.
हमारे पूर्वजो के लिए भगवान था हमारी आने वाली पीढियों के लिए भगवान है.
जय हिंद जय भारत
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well said………
if we can write Sanskrit in Gujarati why not Hindi?
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Yes. Hindi can be written in Gujarati script. Gujarati script is in fact a developed Devnagari script where you write with comparatively lesser times lifting the pen.
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देशभक्ति मतलब “देश की आन-बान और शान के लिए खून-पसीना एक करने का जूनून”.
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